मयूरपंख
Thursday, 29 October 2015
लावारिस
जितना पानी बारिश में मेरे घर पर पड़ा वो मेरा हुआ।
जितना तुम्हारे घर पड़ा वो तुम्हारा।
पर बेचारा सड़क पर पड़ा पानी लावारिस है
कोई भी बच्चा आता है
और मनमानी कर अपनी कश्ती चलाता है।
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