जब कोई आखिरी बार मुस्कुराए
तो समझिए वो उसका आखिरी दिन है उस शहर में
पर, कैसे पता चले की वो आखिरी मुस्कान है।
जब कलम रुका करे और मुस्कान के बाद भी मन मुरझाये
आपकी नींद खुले हड़बड़ी में
आपको आपका देस बुलाये।
तो समझिए वो उसका आखिरी दिन है उस शहर में
पर, कैसे पता चले की वो आखिरी मुस्कान है।
जब कलम रुका करे और मुस्कान के बाद भी मन मुरझाये
आपकी नींद खुले हड़बड़ी में
आपको आपका देस बुलाये।
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