एक कवियित्री मिली या यूँ कहिये एक लड़की मिली
जिसे खुद को कवियत्री समझना पसंद था।
जिसे खुद को कवियत्री समझना पसंद था।
बेशक उसकी अंग्रेजी बेहतरीन थी
और जो काम हम हिंदी में करते है
वही वे अंग्रेजी में बाखूबी तरीके से करना जानती थी
और जो काम हम हिंदी में करते है
वही वे अंग्रेजी में बाखूबी तरीके से करना जानती थी
शायद अंग्रेजी में तो खूब लिखा था पर,
पूछ बैठी में उन से क्या आप हिंदी भी लिखती है?
और वो बोली की हाँ लिख लेती हूँ
बस परेशानी ये है हिंदी की कि उसमे
रायमिंग नही हो पाती वह बड़ा मुश्किल काम है हिंदी का
बस परेशानी ये है हिंदी की कि उसमे
रायमिंग नही हो पाती वह बड़ा मुश्किल काम है हिंदी का
वरना तो में लिख सकती हूँ
में कुछ न कह सकी और सोचती हूँ,
की हिंदी क्या सोचती होगी फिलहाल।
की हिंदी क्या सोचती होगी फिलहाल।
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