कभी बेलो को ध्यान से देखा है आपने
बहुत सुलझ कर उलझी हुई होती है वे
दायें बाएं से बल खाते हुए
निचे से ऊपर चढ़ जाती है इतराते हुए।
ऐसा लगता है जैसे पूरा परिवार चिराग जैसे चमकते फूल लिए
किसी अपने खोये को ढून्ढ रहे है हर एक दिशा में
सहारा मिलते ही ऊपर चढ़ जाए पर रुके नहीं
ना मिले सहारा तो ज़मीं पर पसर जाए नागिन सी बल खाए पर रुके नहीं
आपने शायद ठीक से सुना नहीं
वे सीखा रही है आपको बढ़ते जाना
बिना जरूरतों के वो भी सबको साथ लेकर।
बहुत सुलझ कर उलझी हुई होती है वे
दायें बाएं से बल खाते हुए
निचे से ऊपर चढ़ जाती है इतराते हुए।
ऐसा लगता है जैसे पूरा परिवार चिराग जैसे चमकते फूल लिए
किसी अपने खोये को ढून्ढ रहे है हर एक दिशा में
सहारा मिलते ही ऊपर चढ़ जाए पर रुके नहीं
ना मिले सहारा तो ज़मीं पर पसर जाए नागिन सी बल खाए पर रुके नहीं
आपने शायद ठीक से सुना नहीं
वे सीखा रही है आपको बढ़ते जाना
बिना जरूरतों के वो भी सबको साथ लेकर।
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